शेरोशायरी
खुश हु बाहर से
अन्दर से शिकायतों से भरा पड़ा हूं
भावनाएं खत्म सी है
जैसे लगता है मैं मरा पड़ा हूं...
कोई शक्स चाहिए
जो थोड़ा सा संभाल सके मुझे
सबको सहारा देता हूं मैं
यार अंदर से बिखरा पड़ा हूं...!!
🖤🖤
अकल से समझदार तो शकल से छोटी बच्ची लगती हो।
बस एक बात समझो यार तुम मुझे बड़ी अच्छी लगती हो।
🖤🖤
एक हसरत थी सच्चा प्यार पाने की , मगर चल पड़ी आँधियां जमाने की
मेरा ग़म तो कोई ना समझ पाया , क्यूंकि मेरी आदत हैं सबको हँसाने की ..
🖤🖤
आज फिर उसकी आंखें नम हो गई, शायद किसी ने उसे छोड़ा होगा...
मौसम भी उसी की तरह है, शायद बादलों का दिल भी किसीने तोड़ा होगा।
🖤🖤
शायद लोग अक्सर आपस में इसलिए लड़ते है क्योंकि धागे जब उलझ जाएं तो और करीब आ जाते हैं।
🖤🖤
रोक के अपना सर्च आ जाओ।
टाइम अपना खर्च आ जाओ।
अगर न आ सको पूरी जिंदगी
तो कम से कम कुछ पल आ जाओ ।।
🖤🖤
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